Category: परवरिश

कहानियाँ बस कहानियाँ नहीं होती….

‘कहानियाँ’… वही, जिनसे आपके नन्हें मुन्नों को बहुत प्यार होता हैं… और जिनके बिना नींद ही नहीं आती… कहानियाँ कुछ ऐसी दिखती हैं – हँसने खिलखिलाने की बातें…सपनीली दुनिया की सैर…!  पर वास्तव मेंकहानियाँ रच रही होती हैं – आपके बच्चे की सोच ! आपके बच्चे का दृष्टिकोण !  कहानियाँ…bed time stories ! कहानियों को मामूली ना समझें। आज…

By डॉ.गुँजारिका राँका March 12, 2019 0

बच्चों का रिरियाना – ऐसे करें इलाज !

चिंटू मैंने कहा ना कोई चिप्स नहीं मिलेंगे अभी। नाआआआSS मम्मी मुझे चाहिए अभी चाहिए मम्मी दो नाआआSS मम्मी उउउउउ देओ नाआआSS….मम्मीईई…… “ परेशान कर देता हैं बच्चे का ये रीई रीई कर के किसी मना की गयी चीज को माँगते रहना और लगातार माँगते रहना। आप मना करती हैं पर वो मानते ही नहीं। सारे…

By डॉ.गुँजारिका राँका February 11, 2019 0

इस तरह कीजिये डिज़ाइन नन्हे दिमाग को !

डिजाइनिंग एक्सपर्ट हैं तो आप हैं ही और आपकी ये खूबी हर जगह झलकती हैं आपके घर की साज सज्जा में, आपके ड्रेसिंग में, आपके रिश्तों में और आपके बच्चों के स्वभाव में भी। जी हाँ जाने अनजाने तो अपने बच्चों के दिमाग को डिज़ाइन कर ही रहीं हैं आप…तो क्यों न अच्छे से जान…

By डॉ.गुँजारिका राँका January 11, 2019 0

सुनिए शिकायतों के पीछे का सच !

सर्दियों की छुट्टियों का आज तीसरा दिन हैं। 5 साल का सोनू गंभीर मुद्रा में माँ के पास आ कर बोला, ‘मम्मी मुझे आपसे कुछ बात करनी हैं’ ओह मेरा छोटा सा बच्चा और इतनी गंभीरता भरी आवाज़! क्या हुआ होगा! अचानक ही बच्चों के साथ होने वाली अनहोनी घटनाएं दिमाग में कौंध गयी !…

By डॉ.गुँजारिका राँका December 11, 2018 0

थाम के रखिये नन्हीं पतंग की डोर

उम्र से पहले बड़े होते बच्चों के साथ होती घटनाओं का विश्लेषण कर-कर के आज जब की परवरिश को ले कर मीडिया आपको काफ़ी संवेदनशील बना चुका हैं और आप भी इतना तो अच्छे से समझ गए हैं – आपको बच्चों के साथ दोस्ताना सम्बन्ध रखने हैं, बहुत जरुरी हैं की बच्चों की बात सुनी जाये, उन्हें…

By डॉ.गुँजारिका राँका June 22, 2018 0